Friday, 3 May 2019

भारत के विश्व धरोहर स्थल

भारत के विश्व धरोहर स्थल

धरोहर स्थलों की अवस्थिति

भारत के विश्व धरोहर स्थल की भारत के मानचित्र पर अवस्थिति

यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किए गए भारतीय सांस्‍कृतिक और प्राकृतिक स्‍थलों की सूची

धरोहरों की सूची[संपादित करें]

क्र.धरोहर स्थलचित्रघोषित होने का वर्षस्थान, राज्यमानदंडविवरण
अजंता गुफाएँAjanta (63).jpg१९८३औरंगाबाद,महाराष्ट्र242; 1983; i, ii, iii, vi
आगरा का किलाAgra Fort Agra Inida (2).JPG१९८३आगराउत्तर प्रदेश
ताज महलTaj Mahal in March 2004.jpg१९८३आगराउत्तर प्रदेश
एलोरा गुफाएंEllora cave16 003.jpg१९८३महाराष्ट्र
कोणार्क सूर्य मंदिरKonarak Sun Temple Sculptures By Piyal Kundu (3).jpg१९८४ओडिशा
महाबलिपुरम के स्मारक समुहMamallapuram Five Rathas.jpg१९८४तमिलनाडु
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान3433- Keoladeo Nature Reserve.jpg१९८५राजस्थान
काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यानAssam 028 yfb edit.jpg१९८५असम
मानस राष्ट्रीय उद्यानTransparent flow.jpg१९८५असम
१०गोवा के गिरजाघर एवं कॉन्वेंटBom jesus.jpg१९८६गोवा
११हम्पीHampi 0018.jpg१९८६कर्नाटक
१२फतेहपुर सीकरीAnup Talao-1.jpg१९८६उत्तर प्रदेश
१३खजुराहो स्मारक समूहKhajuraho 140.jpg१९८६मध्य प्रदेश
१४सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यानSundarbans 09.jpg१९८७पश्चिम बंगाल
१५एलिफेंटा की गुफाएँElephanta caves3.jpg१९८७महाराष्ट्र
१६पत्तदकलSangameshvara temple at Pattadakal.jpg१९८७कर्नाटक
१७महान चोल मंदिरGangaikonda Cholapuram.jpg१९८७तमिलनाडु
१८नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान एवं फूलों की घाटीValley Of Flowers.JPG१९८८, २००५उत्तराखण्ड
१९साँची के बौद्ध स्तूपSanchi Great Stupa Torana.jpg१९८९मध्य प्रदेश
२०हुमायूँ का मकबराHumayun's Tomb.jpg१९९३दिल्ली
२१कुतुब मीनार एवं अन्य स्मारकQutab Minar mausoleum.jpg१९९३दिल्ली
२२भारतीय पर्वतीय रेलदार्जिलिंगKSR Train at Shimla Station 05-02-13 02a.jpeg१९९९
२३बोधगया कामहाबोधि विहारMahabodhitemple.jpg२००२बिहार
२४भीमबेटका शैलाश्रयBhimbetka rock paintng1.jpg२००३मध्य प्रदेश
२५चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व उद्यानJama masjid in Champaner.JPG२००४गुजरात
२६छत्रपति शिवाजी टर्मिनसVictoria Terminus 1.jpg२००४महाराष्ट्र
२७दिल्ली का लाल किलाRed Fort, Delhi by alexfurr.jpg२००७दिल्ली
२८जंतर मंतर, जयपुरJantar Mantar, Jaipur India.jpg२०१०राजस्थान
२९पश्चिमी घाटShola Grasslands and forests in the Kudremukh National Park, Western Ghats, Karnataka.jpg२०१२महाराष्ट्रगोवा,कर्नाटकतमिलनाडुऔर केरल
३०राजस्थान के पहाड़ी दुर्गAerial view of Kumbhalgarh.jpg२०१३राजस्थान
३१ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यानOn way to Sar Pass- colours of the morning I IMG 7133.jpg२०१४हिमाचल प्रदेश
३२रानी की वावRanikivav14.jpg२०१४गुजरात
३३नालन्दा महाविहार(नालंदा विश्वविद्यालय)Nalanda University India ruins.jpg२०१६बिहारबिहार में नालंदा पुरातत्व साइट सीखने का एक केंद्र और 13 वीं सदी के लिए 3 शताब्दी ईसा पूर्व से एक बौद्ध मठ था
३४कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यानKangch-Goechala.jpg२०१६सिक्किमभारत में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान और एक बायोस्फीयर रिज़र्व है.
३५ली कोर्बुज़िए के वास्तुशिल्पPalace of Assembly Chandigarh 2006.jpg२०१६चंडीगढ़चंडीगढ़ की राजधानी परिसर सहित कई देशों भर ली कोर्बुज़िए के वास्तुशिल्प काम आधुनिक आंदोलन के लिए उत्कृष्ट योगदान के हिस्से के रूप में एक विश्व विरासत स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी.
३६अहमदाबाद का ऐतिहासिक शहरTeen Darwaza 1880s.jpg२०१७गुजरातगुजरात की 606 साल पुरानी सिटी अहमदाबाद अब विश्व धरोहर सिटी के नाम से जानी जाएगी.
३७मुंबई का विक्टोरियन और आर्ट डेको एनसेंबलErosTheater.jpg२०१८मुंबईभारत के ‘मुंबई के विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल्स‘ को यूनेस्को की विश्व धरोहर संपदा की सूची में अंकित किया गया. यह निर्णय बहरीन के मनामा में यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 42वें सत्र में लिया गया।

प्रस्तावित धरोहरों की सूची[संपादित करें]

विश्व धरोहर सूची में अंकित ३७ स्थलों के अलावा, मान्यता के लिए प्रस्तावित धरोहरों की यह सूची है जो मूल्यांकन और स्वीकृति के लिए यूनेस्को समिति को प्रस्तुत की गई है। विश्व धरोहर सूची के लिए नामांकन स्वीकार करने के लिए वरीयता देने की यह प्रक्रिया आवस्यक है।
क्र.धरोहर स्थलचित्रस्थान, राज्यविवरण
बिष्णुपुर के मंदिरRadhamadhab Temple (general view) Arnab Dutta 2011.JPGबिष्णुपुर, पश्चिम बंगाल
मट्टनचेरी पैलेसMattancherry Palace (Kerala Dutch Palace), Kochiमट्टनचेरीकोच्चिकेरल

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1.  "'यूनेस्‍को' की सूची में स्‍मारकों को शामिल किया जाना". पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार. 14 फ़रवरी 2014. अभिगमन तिथि 15 फ़रवरी 2014.

राजस्थान की यूनेस्को की विश्व विरासत

यूनेस्को ने राजस्थान में अरावली पहाड़ियों पर बने जैसलमेर और चित्तौरगढ़ किले सहित छह किलों को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया.
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने राजस्थान, भारत में अरावली पहाड़ियों पर बने भव्य और सुंदर जैसलमेर और चित्तौरगढ़ किले समेत छह किलों को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची (व‌र्ल्ड हैरिटेज लिस्ट) में शामिल किया. ये किले हैं-चित्तौरगढ़ का किला, सवाई माधोपुर का रणथंभौर किला, राजसमंद का कुंभलगढ़ किला, जैसलमेर का किला, जयपुर का अकबर किला और झालवाड़ का गैगटोन.
राजस्थान के ये 6 किले निम्नलिखित हैं:

क्र.स.किले का नामजिलासंरक्षण
1.चित्तौड़गढ़ किलाचित्तौड़गढ़ एएसआई
2.कुंभलगढ़ किलाराजसमंदएएसआई
3.रणथंभौर किलासवाई माधोपुरएएसआई
4.जैसलमेर किलाजैसलमेरएएसआई
5.अंबर किलाजयपुर   राज्य सरकार
6.गागरॉन किलाझालावारराज्य सरकार


यूनेस्को की विश्व विरासत संबंधी वैश्विक समिति की 37वीं बैठक में इन किलों के चयन की घोषणा 21 जून 2013 को की गई. यह बैठक कंबोडिया की राजधानी नॉमपेन्ह में आयोजित की गई. 

वर्ष 2011 से अब तक स्मारक और किलों पर अंतरराष्ट्रीय परिषद (International Council on Monuments and Forts, ICOMOS) के अभियानों ने इन स्थलों का सघन निरीक्षण किया. इन दलों ने इन किलों के नामांकनों के बारे में कई अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठकर गहन विचार-मंथन किया. स्मारक और किलों, पर अंतरराष्ट्रीय परिषद (आईसीओएमओएस) की रिपोर्ट के अनुसार इन किलों की इस श्रृंखला का सार्वभौमिक महत्व अतुलनीय है. इस रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान राज्य के भीतर इन छह भव्य, विशालकाय और वैभवशाली पहाड़ी किलों के रूप में आठवीं सदी से अठारहवीं सदी की राजपूत रियासतों (राजपूताना शैली के वास्तुशिल्प) की झलक मिलती है. 

वर्ष 2010 में जंतर-मंतर को विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया था. 

राजस्थान राज्य की पर्यटन मंत्री बीना काक ने कहा कि इस चयन से हमारी ऐतिहासिक धरोहर और स्मारकों को विश्व स्तर पर पहचान मिली है. इन किलों का इस सूची में शामिल होने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय पर्यटन को तो बढ़ावा मिलेगा ही, राज्य के अन्य स्थलों का भी इस सूची में आने का रास्ता प्रशस्त होगा. बीना काक ने कहा कि आभानेरी, बांदीकुई, बूंदी के स्टेप वेल्स, शेखावटी की फ्रेस्कों पेंटिंग्स को भी यूनेस्को की हैरिटेज लिस्ट में शामिल करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. 

इन स्मारकों में चार किलों का संरक्षण भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण करता है जबकि बाकी दो किले का संरक्षण राज्य सरकार करती है. ये किले 8वीं सदी से 19वीं सदी के बीच बने हैं जो राजपूताना शैली को चित्रित करते हैं. 

राजस्थान सरकार ने इन किलों के बारे में विस्तृत विवरण तैयार कर वर्ष 2011 में ही विश्व विरासत केंद्र को भेजा था और अंतरराष्ट्रीय स्मारक और स्थल परिषद की सिफारिश पर यूनेस्को ने इसे अपनी सूची में शामिल किया. 

केंद्रीय संस्कृति मंत्री चंदेश कुमार कटोच ने कहा कि हिमाचल के कुल्लु मनाली में स्थित हिमालय नेशनल पार्क और राजस्थान के पाटन में स्थित रानी का वाव को भी यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल सूची में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है. वर्ष 2012 में पश्चिमी घाट को यूनेस्को ने अपनी विरासत सूची में शामिल किया था. अब तक देश के 59 स्थल विश्व विरासत की सूची में शामिल किए गए हैं. 

यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में भारतीय स्थल 

हरियाणा और हिमांचल प्रदेश- कालका-शिमला रेलवे 
कर्नाटक- हम्पी स्मारक समूह, पत्ताकाल स्मारक समूह 
मध्य प्रदेश- साँची के बौद्ध स्मारक, भीम बेटका गुफाएं, खजुराहो के मंदिर समूह 
महाराष्ट्र- अजंता की गुफाएं, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, एलिफेंटा की गुफाएं, एलोरा की गुफाएं 
ओड़िसा- कोणार्क का सूर्य मंदिर 
असोम- काजीरंगा नेशनल पार्क, मानस वन्य जीव अभ्यारण्य 
बिहार- महाबोधि मंदिर परिसर बोधगया 
दिल्ली- हुमायूं का मकबरा , क़ुतुब मीनार, लाल किला 
गोवा- बासिलिका ऑफ़ बाम जीसस चर्च 
गुजरात- चंपानेर-पावागढ़ पुरातात्विक उद्यान 
राजस्थान- केवलादेव राष्ट्रिय उद्यान भरतपुर, जंतर -मंतर जयपुर 
तमिलनाडु- चोल मंदिर समूह तंजावुर , महाबलीपुरम मंदिर स्मारक , नीलगिरी पर्वतीय रेलवे 
उत्तर प्रदेश- ताजमहल आगरा, फतेहपुर सीकरी , आगरा का किला 
उत्तराखंड- नंदा देवी, फूलों की घाटी राष्ट्रिय उद्यान 
प० बंगाल - दार्जलिंग पर्वतीय रेलवे, सुंदरवन राष्ट्रिय उद्यान 
महत्वपूर्ण - यूनेस्को ने राजस्थान के कालबेलिया नृत्य, छऊ नृत्य ओड़िसा और केरल के मुदिएत्तु नृत्य को अमूर्त संस्कृतिक धरोहरों में शामिल किया है. 

युनेस्को विश्व विरासत स्थल 
युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे विशेष स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं, और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है. 

इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं. कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है. वर्ष 2006 तक पूरी दुनिया में लगभग 830 स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमें 644 सांस्कृतिक, 24 मिले-जुले, और 138 अन्य स्थल हैं. 

प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो. परंतु अंतरराष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आने वाली पीढ़ियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें. बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेदारी होती है.


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